
हिंदी हमारे राष्ट्र की अभिव्यक्ति का सरलतम स्त्रोत है |
-सुमित्रानंदन पंत
हिंदी दिवस प्रतिवर्ष १४ सितंबर को मनाया जाता है। हिंदी विश्व भर में बोली जाने वाली भाषाओं में से एक प्रमुख व प्राचीनतम भाषा है। अंग्रेजी ,स्पेनिश और मंदारिन के बाद हिंदी विश्व में चौथी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है और यह हम भारतीयों के लिए गौरव की बात है ।
१४ सितंबर १९४९ को भारतीय संविधान सभा में हिंदी को सर्वसम्मति से राज भाषा बनाने का फैसला लिया गया। हिंदी के इसी महत्त्व को उजागर करने हेतु प्रतिवर्ष हम भारतीय इस दिन को ‘हिंदी दिवस‘ के रूप में मनाते हैं ।
इस वर्ष भी १४ सितंबर को 'दमिलेनियमस्कूल' गुरुग्राम में ‘हिंदी दिवस’ समारोह को कोरोना महामारी के कारण गत वर्ष के समान ऑनलाइन ही आयोजित किया गया व छात्रों ने इसमें खूब बढ़-चढ़ कर भाग भी लिया ।
छात्रों ने हास्य कविता, कहानी वाचन, स्टैंड अप कॉमेडी, मोनोएक्टिंग, भाषण आदि श्रेणियों में पूरे उत्साह से भाग लिया व अपनी प्रस्तुति के माध्यम से भाषा के प्रति प्रेम प्रकट करते हुए इन गतिविधियों का भी खूबआंनद उठाया।
विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती विनीता मित्तल जी ने इस अवसर पर छात्रों के प्रयासों की खूब प्रशंसा की व हिंदी के महत्त्व के साथ –साथ छात्रों को अन्य रुचिकर भाषाएं सीखने के लिए भी प्रेरित किया |
हम सभी हिंदी दिवस पर विशेष पहल की प्रतिज्ञा करते हैं कि हिंदी भाषा का मूल्य प्रमुखता पर बना रहे।